धोखा
स्त्री संघर्षों से नहीं
आडंबर और दिखावे से डरती है
स्त्री कुप्यार से नहीं, किसी
अपने की
बेईमानी से सहम जाती है
जो स्त्री धोखा सहन नहीं कर पाती
ज़िंदा रहकर भी मर जाती है।
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